जीरकपुर, कृतिका:
गांव अमलाला में शनिवार रात को दिखाई दिए तेंदुए के बाद रविवार सुबह वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकडऩे के लिए गांव बरौली और अमराला के बीच पड़ते बीड़ के सामने पिंजरा लगा दिया है, ताकि तेंदुए को पकड़ा जा सके। आसपास के गांव वालों ने आरोप लगाया है कि वन विभाग तेंदुए को पकडऩे के लिए जो पिंजरा लगाकर गया है वह खाली है और पिंजरे को पेड़ के पत्तों से ढक दिया गया है। ऐसे में तेंंदुए को जाल में फंसाने का चांस कम हो जाता है। उन्होंने वन विभाग से अपील की है कि पिंजरे में कोई मास का टुकड़ा लगाया जाए ताकि उसके लालच में तेंदुए को आसानी से पकड़ा जा सके।
वहीं, दूसरी तरफ गांव अमलाला में ग्रामीणों ने गुरुद्वारा साहिब में अनाउंसमेंट करवाकर लोगों को पहले ही अलर्ट रहने के लिए कह दिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए 18 वर्षीय करन ने बताया कि वह शनिवार देर शाम डेराबस्सी से मोटरसाइकिल से अपने गांव आ रहा था। जब वह गांव के पास पहुंचा तो एक तेंदुआ सडक़ से बीड जंगली क्षेत्र में दाखिल हो रहा था। वह अपनी जान बचाने के लिए सीधे गांव आया और इस बारे में गांव वालों को जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि यह गांव छतबीड चिडिय़ाघर के पीछे स्थित है। इस गांव के साथ छतबीड़ चिडिय़ाघर का जंगली क्षेत्र जुड़ता है।
इस संबंध में जब वन विभाग के अधिकारी बलविंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें गांव वालों ने सूचित किया था, जिस कारण पिंजरा लगा दिया गया है। आसपास का सभी जंगली एरिया जांचा गया है तेंदुए के किसी तरह के पांव के निशान दिखाई नहीं दिए हैं। जंगली जानवरों की मूवमेंट रात के समय ज्यादा होती है इसलिए पिंजरे में रात के समय मास का टुकड़ा लगाया जाएगा।