ENGLISH HINDI Sunday, June 15, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
गौमाता को राष्ट्र माता घोषित करवाने के अभियान के तहत चण्डीगढ़ में भी बनाएंगे गौ-मतदाता : शैलेन्द्र योगीराज सरकारपिंजौर अमरावती हत्याकांड में एक आरोपी गिरफ्तार, वारदात के बाद पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाईमलोया थाना पुलिस द्वारा झगडे व मारपीट के मामले में पीड़ित महिला व आरोपी पक्ष को शाम के समय थाने बुलाने पर विवादसांसद मनीष तिवारी के कार्यकाल का एक साल पूरा, भव्य समारोह में ममता डोगरा ने दिया मांग पत्रभारत सरकार के लघु उद्योग सचिव ने फाजिल्का के उद्योगपति को सम्मानित कियासपना साकारः एनडीए में मिला 154वां रैंक, एकनूर होगा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंटअच्छी खबरः फिरोजपुर को मिलेंगी हरिद्वार और नांदेड़ जाने को साप्ताहिक एक्सप्रेस दो नई रेल गाड़ियांमोनिका भारद्वाज राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन की स्थानीय अध्यक्ष नियुक्त
हिमाचल प्रदेश

मुख्यमंत्री शिप्की-ला गांव से करेंगे ‘सीमा पर्यटन’ की शुरूआत

June 08, 2025 02:59 PM

 फेस2न्यूज/ शिमला

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू सीमावर्ती शिप्की-ला गांव से ‘सीमा पर्यटन’ पहल की शुरूआत करने जा रहे है जिससे देश भर के पर्यटकों को किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों के भारत चीन सीमा से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों की अद्भुत सुन्दरता का अनुभव करने का अवसर प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री अपने आगामी दो दिवसीय किन्नौर दौरे के दौरान इस पहल का शुभारम्भ करेंगे।

प्रवक्ता ने बताया कि यह ‘सीमा पर्यटन’ पहल राज्य के लिए एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है जो पर्यटकों को हिमाचल से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे लेपचला, शिप्की-ला ग्यू मठ, खाना दुमटी, सांगला, रानी कंडा, छितकुल तथा लाहौल-स्पीति के चयनित क्षेत्रों तक पहंुचने की सुविधा प्रदान करेगी तथा वहां रह रहे लोगों की सांस्कृतिक और रहन-सहन की तरीके से अवगत करवाएगी।

प्रवक्ता ने बताया कि ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने केंद्र सरकार सेे लगातार इस विषय को उठाया है। यह एक दीर्घकालिक प्रयास था जो अब सकारात्मक परिणाम देने जा रहा है और इन दूर-दराज जनजातीय क्षेत्रों में पर्यटन और समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

इस पहल का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सतत् पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना तथा क्षेत्र की अनूठी जनजातीय विरासत को संरक्षित करना भी शामिल हैं। भारत चीन की सीमा से सटे इन क्षेत्रों में विशेष अनुमति लेकर जाना पड़ता था लेकिन अब यह प्रक्रिया सरल बना दी गई है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार स्थानीय निवासी और प्रमाणित पर्यटक अब वैद्य पहचान पत्र दिखाकर इन स्थानों पर जा सकते हैं। आईटीबीपी और सेना निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सुगम और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करेगी।

प्रवक्ता ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सतत् पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना तथा क्षेत्र की अनूठी जनजातीय विरासत को संरक्षित करना भी शामिल हैं। भारत चीन की सीमा से सटे इन क्षेत्रों में विशेष अनुमति लेकर जाना पड़ता था लेकिन अब यह प्रक्रिया सरल बना दी गई है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार स्थानीय निवासी और प्रमाणित पर्यटक अब वैद्य पहचान पत्र दिखाकर इन स्थानों पर जा सकते हैं। आईटीबीपी और सेना निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सुगम और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करेगी।

यह पहल स्थानीय अवसंरचना को सुदृढ़ करने, पर्यटन के माध्यम से आजीविका के अवसर बढ़ाने और दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों के लिए राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ाने के लिए सार्थक सिद्ध होगी।

प्रवक्ता ने कहा कि यह कदम राज्य के विकास में एक परिवर्तनकारी निर्णय है जो सुरक्षा और सामाजिक एवं आर्थिक समावेशन का समन्वय स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा। राज्य सरकार भारत के सबसे दूूरस्थ गांव को उनकी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान को प्रभावित किए बगैर मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और हिमाचल प्रदेश ख़बरें
हिमाचल महासभा के सदस्यों ने सामाजिक संस्था संघ के अधिवेशन में की शिरकत, बागवानी सरताज पद्मश्री हरिमन को किया सम्मानित चिकित्सा विशेषज्ञों के स्टाइपंड में 170 प्रतिशत तक की वृद्धि, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए सुजानपुर होली मेला हर्षोल्लास के साथ आरम्भ मुख्यमंत्री ने शोभायात्रा में भाग लिया हिमाचल में तीन हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए केन्द्र से मंजूरी मिली कुल्लू की वासुकी और किन्नौर जिले की सांगला झील बदलते मौसम, जलवायु परिवर्तन और ग्लेशियरों के पिघलने का नतीजा पांगी में 4 गांव के लोगों ने रथयात्रा के साथ पुर्थी में मनाया बाहरालू जातर मेला मुख्यमंत्री ने वाघा बॉर्डर पहुंचे ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ से वर्चुअल संवाद किया हिमाचल के वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर को यूएसए की यूनिवर्सिटी से मानद उपाधि शिमला के कोटखाई में खुलेगी सब-जज कोर्ट मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने की घोषणा न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली , राज्यपाल ने राजभवन में दिलाई शपथ