फेस2न्यूज/चंडीगढ़
डॉक्टर दिवस के पावन उपलक्ष्य पर आज हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ स्थित होटल हयात में आयोजित एक भव्य समारोह में वैद्य डॉ. विवेक आहूजा को ‘श्रेष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक’ के सम्मान से अलंकृत किया।
डॉ. विवेक आहूजा पिछले 16 वर्षों से आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में समर्पणपूर्वक कार्य कर रहे हैं। वे "आपकी रसोई ही आपका औषधालय है" जैसे जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से समाज में स्वास्थ्य और जीवनशैली को लेकर सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं। उनका मानना है कि आयुर्वेद केवल रोग का उपचार नहीं, अपितु स्वस्थ जीवन जीने की कला है।
डॉ. आहूजा ने इस सम्मान को समर्पित करते हुए कहा, “मेरा प्रथम कर्तव्य एक स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। यदि कोई रोगग्रस्त है, तो उसका मूल कारण समझकर आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार करना मेरा उद्देश्य है। रोग की जड़ को ठीक कर दिया जाए, तो शरीर स्वतः स्वस्थ हो जाता है।”
इस विशेष अवसर पर मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में डॉ. राकेश शर्मा, भूतपूर्व अध्यक्ष, NCISM, डॉ. संजीव गोयल, रजिस्ट्रार, बोर्ड ऑफ आयुर्वेद, पंजाब, डॉ. परमिंदर बजाज, फैकल्टी जनरल, NIMA भारत, डॉ. अनिल नागरथ, जनरल सेक्रेटरी, NIMA पंजाब, डॉ. आर.पी. गाबा, पैट्रन, NIMA चंडीगढ़,डॉ. मीनू गांधी, अध्यक्ष, NIMA चंडीगढ़, डॉ. शैलेंद्र भारद्वाज, प्रेस सेक्रेटरी, NIMA चंडीगढ़ जैसे गणमान्य जन भी उपस्थित रहे।
डॉ. आहूजा ने इस सम्मान को समर्पित करते हुए कहा, “मेरा प्रथम कर्तव्य एक स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। यदि कोई रोगग्रस्त है, तो उसका मूल कारण समझकर आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार करना मेरा उद्देश्य है। रोग की जड़ को ठीक कर दिया जाए, तो शरीर स्वतः स्वस्थ हो जाता है।”
उनकी समर्पित सेवा, सशक्त विचारधारा और आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार हेतु किए गए कार्यों को देखते हुए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया, जो न केवल चिकित्सा क्षेत्र में उनके योगदान को मान्यता देता है, बल्कि युवा चिकित्सकों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
डॉ. विवेक आहूजा न केवल नीमा (NIMA) चंडीगढ़ के जनरल सेक्रेटरी के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि वे सेंटरल नीमा (Central NIMA) के एक्जीक्यूटिव मेंबर के रूप में भी योगदान दे रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, वे समाजसेवा के क्षेत्र में भी उतनी ही सक्रियता से कार्यरत हैं। रोटरी क्लब तथा वैद्य महासभा, चंडीगढ़ जैसी प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं में भी वे एक्जीक्यूटिव सदस्य के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।
उनकी बहुआयामी भूमिका और नेतृत्व क्षमता उन्हें चिकित्सा, संगठनात्मक कार्य तथा सामाजिक सेवा—इन सभी क्षेत्रों में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित करती हैं