फेस2न्यूज/ अमृतसर
पंजाब में एक दिन भी ऐसा नहीं जाता जब कहीं न कहीं गोलीकांड, लूट, फिरौती की घटना न हो जाए। कल भी एक दुकानदार ने अपने पड़ोसी को गोलियों से भून दिया। बटाला में गोलियां एक सप्ताह में तीन बार तो केवल डेरा बाजार में चलीं। अमृतसर शहर और गांवों में भी गालियां औरा गोली से मौत की घटनाएं बहुत हो चुकीं।
भाजपा नेत्री और पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा, मुख्यमंत्री यह बताएं कि क्या ऐसा नहीं हो सकता कि जो नशों पर नियंत्रण करने के अभियान में सारी शक्ति लगा दी , फिर भी अभी बहुत नियंत्रण शेष है। अब थोड़ी ताकत वे उन तत्वों को काबू करने में लगाएं जो पंजाब में निर्दोषों की हत्याएं कर रहे हैं, लूटपाट कर रहे हैं और आम आदमी पंजाब में हर जगह डरा रहता है।
अफसोस तो यह है कि जो अपराधियों की गोली से जख्मी हो जाता है, उसका इलाज भी सरकार अपने साधनों से नहीं करवाती। जिसके पास जितनी आर्थिक ताकत है वह उतना इलाज करवा लेता है। गरीब आदमी तो बिना इलाज के ही अस्पतालों में भटकता है।
पंजाब सरकार सुनिश्चित करे कि अब ये अपराधियों की गोलियां नियंत्रति होंगी। जो अपराधियों का शिकार बनकर मौत के मुंह में चले गए उनके परिवारों की सरकार संभाल करेगी और घायलों का इलाज सरकारी कोष से होगा। फिरोजपुर की घटना जहां संघ चालक जी के पौत्र को मार दिया गया यह एक संकेत है कि आने वाले दिनों में पंजाब में कानून व्यवस्था की हालत क्या होने वाली है। हमें मंत्रियों और पुलिस अधिकारियों के कोरे बयान नहीं चाहिए, उनका असर भी दिखाई देना जरूरी है।