दीपक सिंह /चंडीगढ़
होम्योपैथिक इलाज के प्रति लोगों में बहुत तेजी से विश्वास बढ़ रहा है। पहले कहा जाता था की होम्योपैथिक का इलाज धीमा है लेकिन अब मानने लगे हैं कि होम्योपैथिक इलाज चाहे धीमा है लेकिन असरदार है। वह बीमारी को जड़ से खत्म करता है।
वैसे होम्योपैथिक की दुनिया में डॉ.संदीप पुरी किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है। कई जगह और अलग-अलग मंचों पे सम्मानित हो चुके डॉ संदीप पुरी पूर्व निदेशक-प्राचार्य, होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सेक्टर-26, चंडीगढ़ को द होम्योपैथ हीलर्स – होम्योपैथी वर्ल्डवाइड द्वारा भारतीय विद्या पीठ इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशंस एंड मैनेजमेंट, पश्चिम विहार, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान “भीष्म पितामह ऑफ होम्योपैथी” सम्मान से सम्मानित किया गया।
ज्ञात हो कि डॉ. संदीप पुरी एक अत्यंत सरल एवं विनम्र व्यक्तित्व के धनी हैं, जो निरंतर जनसेवा में समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में वे सेक्टर-40, चंडीगढ़ में होम्योपैथी चिकित्सा का सफलतापूर्वक अभ्यास कर रहे हैं। डॉक्टर पुरी ने ईश्वर और अपने जानने वालों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वो हमेशा होम्योपैथिक समर्पित रहते हुए लोक सेवा करते रहें।