ENGLISH HINDI Friday, December 19, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय की लापरवाही, आरटीएस कमीशन ने 15 हजार के जुर्माने व शिकायतकर्ता को 5 हजार मुआवजा देने के आदेशराज्यपाल ने आईएएंडएएस अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ कियाविदेशी निवेश के विरोध में भारतीय जीवन बीमा निगम पंचकूला एम्प्लॉइज यूनियन ने धरना और प्रदर्शन कियाफीडफ्रंट के नवनिर्वाचित पत्रकारों ने शपथ ग्रहण कीपंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक ने समाजसेवी बलविंदर सिंह को किया सम्मानित वो जब याद आए… मोहम्मद रफ़ी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि'मैदान' भारत में किसी भी खेल पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्मआचार्य कुल संस्था और संवाद साहित्य मंच द्वारा नलिन आचार्य के नाम से अवार्ड की घोषणा
धर्म

अक्षरधाम सनातनम गीत से भाव विभोर हो रहे हैं हजारों दर्शक

October 13, 2023 12:53 PM

अबोहर, फेस2न्यूज ब्यूरो:
रोबिनसविले न्यू जर्सी अमेरिका में उदघाटित दुनियां के तीसरे अक्षरधाम में प्रवेश करने वाले दर्शकों को अक्षरधाम सनातनम गीत भाव विभोर कर देता है। उदघाटन अवसर पर मौजूद हजारों भारतीय व विदेशी नागरिकों ने इसे श्रवण करके स्वयं को आनंदित अनुभव किया।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक मुखिया महंत स्वामी महाराज के आशीर्वाद, ईश्वरचरण स्वामी की प्रेरणा से हिंदी व संस्कृत भाषा के विद्वान एवम योगाचार्य अक्षरजीवन स्वामी रचित इस गीत को पराग शास्त्री ने संगीतबद्ध किया है। अक्षरजीवन स्वामी सैंकडों गीतों के कारण अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं।
संस्कृत भाषा में रचित गीत का भावार्थ यह है कि स्वामीनारायण अक्षरधाम सुन्दर एवं शुभ है। यह एक कलात्मक कृति है जो दिल को छू जाती है। समर्पित स्वयंसेवकों की सेवा से निर्मित यह परिसर सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है। स्वामीनारायण अक्षरधाम भगवान का दिव्य निवास है।
अक्षरजीवन स्वामी का कहना है कि प्रमुख स्वामी महाराज से प्रेरित और महंत स्वामी महाराज के मार्ग दर्शन में निर्मित यह अति सुंदर भवन है जो शांति, खुशी और शक्ति प्रदान करता है।
गीत के माध्यम से संदेश दिया गया है कि अक्षरधाम शाश्वत है। यह जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सुसज्जित है और सुनहरे कलशों और ध्वजदंडों से अलंकृत जिसमें सभी देवी-देवता और मुक्त आत्माएँ निवास करती हैं।
स्वामीनारायण अक्षरधाम भगवान का दिव्य निवास है। यह माया से परे परम स्थान है। यहां प्रत्येक व्यक्ति, परिवार, समुदाय और देश सभी दिल से जुड़ सकते हैं। जहां पृथ्वी एक घोंसला बन जाती है और विश्व एक परिवार, यह सनातन हिंदू धर्म का रक्षक और पोषक है और दर्शको को इंसानियत सिखाता है। यह आत्माओं को भवसागर से पार लगाने में मदद करता है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
गौड़ीय मठ और इस्कॉन के संस्थापक सरस्वती ठाकुर प्रभुपाद जी की 89वी पुण्यतिथि मनाई श्री संतोषी माता मंदिर में धूमधाम से मनाई गई श्री अन्नपूर्णा माता जयंती श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई श्रीराम कथा में केवट प्रसंग व भरत मिलाप के मार्मिक वर्णन से नम हुई आंखें श्री रेणुका जी झील पर प्रतिदिन आरती की पहल सराहनीयः राज्यपाल गुरु नानक के संदेश किरत करो, नाम जपो, वंड छको को अपनाना जरूरी : प्राचार्य डॉ. जसविंदर सिंह मन को प्रसन्न रखना सबसे बड़ा तप : सुधांशु जी महाराज खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव श्री श्याम संकीर्तन करके मनाया सनातन संस्कृति के तीन पायदान यज्ञ, दान व तप : सुधांशु महाराज मठ मंदिर में गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई गई