हरलीन /चण्डीगढ़
आचार्यकुल चण्डीगढ़ ने अपने वरिष्ठ उपाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार नलिन आचार्य को चण्डीगढ़ प्रेस क्लब का अध्यक्ष निर्वाचित होने पर एवं पत्रकारिता में उत्कृष्ट उपलब्धियों को देखते हुए शिरोमणि पत्रकार सम्मान देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आयोजन चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में किया गया।
आचार्यकुल के अध्यक्ष केके शारदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम विज व अन्य सदस्यों ने उन्हें शाल, प्रशस्ति पत्र व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार प्रेम विज ने इस अवसर पर नलिन आचार्य का परिचय देते हुए हुए कहा कि इनकी कई पीढियाँ पत्रकारिता में सहयोग दे रही हैं।
आचार्यकुल के अध्यक्ष केके शारदा ने इनके पिता संतोष आचार्य के साथ गुजारे अनुभवों को सांझा किया तथा कहा कि वरिष्ठ पत्रकार नलिन आचार्य की मृदुलता एवं सौम्यता उनके व्यक्तित्व को और प्रभावशाली बनाती है। इसके साथ-साथ वह हर सामाजिक गतिविधि में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देते हैं। यह इस संस्था का सौभाग्य है कि सब मिलकर उनकी उपलब्धियों से प्रभावित होकर उन्हें यह सम्मान भेंट किया किया है। । सचिव तजिंदर ठाकुर भी उपस्थित थे।
आचार्यकुल के अध्यक्ष केके शारदा ने इनके पिता संतोष आचार्य के साथ गुजारे अनुभवों को सांझा किया तथा कहा कि वरिष्ठ पत्रकार नलिन आचार्य की मृदुलता एवं सौम्यता उनके व्यक्तित्व को और प्रभावशाली बनाती है। इसके साथ-साथ वह हर सामाजिक गतिविधि में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देते हैं। यह इस संस्था का सौभाग्य है कि सब मिलकर उनकी उपलब्धियों से प्रभावित होकर उन्हें यह सम्मान भेंट किया किया है। । सचिव तजिंदर ठाकुर भी उपस्थित थे। आयुर्वेद
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. राजीव कपिला, प्रसिद्ध इतिहासकार एम एम जुनेजा एमएम जुनेजा, डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. वरिन्दर सिंह योगी, कांशी राम, वरिंदर कुमार, योगेश शर्मा, गुरदर्शन मावी, राकेश कुमार शर्मा ने विचार रखे। नलिन आचार्य ने अपनी पत्रकारिता की यात्रा की जानकारी दी। लेखिका डॉ. प्रज्ञा शारदा, चर्चित कवि डॉ.अनीश गर्ग, विमला गुगलानी, संगीता शर्मा कुंद्रा ने कविताओं के माध्यम से नलिन आचार्य के कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम का संचालन अन्नू रानी शर्मा ने किया। सुप्रसिद्ध भजन गायक सोमेश गुप्ता ने मनमोहक भजन प्रस्तुत किया।
नलिन आचार्य ने सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी हर उपलब्धि के पीछे उनके मां-बाप का आशीर्वाद और आप जैसे साथियों की शुभकामनाओं का हाथ है। एक पत्रकार की कलम निस्वार्थ, निष्पक्ष एवं निर्भीकता से लिखे तभी स्वस्थ समाज का सृजन एवं विकास संभव है। मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझता हूं कि मेरे पिताजी जो एक वरिष्ठ पत्रकार रहे हैं, आज मैं उन्हीं के बताए मार्ग पर चलकर कलम से न्याय करने का प्रयास कर रहा हूं। कार्यक्रम के उपरांत डॉ. अनीश गर्ग ने आए हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया।