ENGLISH HINDI Saturday, October 12, 2024
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों और पेंशनरों को चार प्रतिशत मंहगाई भत्ता देने की घोषणा कीआरती राणा बनी डांडिया क्वीनदुर्गा अष्टमी के अवसर पर किया स्कूलों के समय में बदलावहरियाणा के सीईओ ने विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची राज्यपाल को सौंपीहरियाणा विधानसभा आम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में कुल वोटों का अंतर रहा केवल 1.18 लाखश्री सनातन धर्म दशहरा कमेटी सेक्टर 46 के दशहरे में सोने की लंका व 101 फुट ऊँचे रावण के पुतले का दहन होगा खास आकर्षण का केंद्रअवैध खनन रात के अंधेरे में जेसीबी और पोकलाइन मशीनों से : स्थान घग्गर नदीविधानसभा चुनाव की मतगणना 8 अक्टूबर को सुबह 8 बजे से होगी शुरू- मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल
धर्म

तिरुपति मंदिर के प्रसाद की जांच तक वितरण बंद किया जाए: लक्ष्मीकांता चावला

September 22, 2024 04:20 PM

 फेस2न्यूज/ अमृतसर

पूर्व मंत्री और भाजपा नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि आंध्रप्रदेश के श्री तिरुपति बालाजी के मंदिर में लड्डुओं का जो प्रसाद बनता है उसमें पशुओं की चर्बी मिला घी का प्रयोग करने का पूरे देश में विरोध हो रहा है। भारत सरकार ने यद्यपि यह घोषणा कर दी है कि केंद्रीय खाद्य पदार्थों की जांच करने वाली एजेंसी के द्वारा इसकी जांच करवाई जाएगी, पर जब तक यह जांच नहीं हो जाती तब तक क्या यह लड्डू बनने और बांटने बंद कर दिए जाएंगे?

सच तो यह है कि इस समाचार के बाद किसी भी मंदिर से और किसी भी हलवाई की दुकान से कोई भी प्रसाद या मिठाई खाने में संकोच हो रहा है। मेरा भारत सरकार और सभी प्रांतों की सरकारों से यह निवेदन है कि वे अपने अपने राज्य के सभी धार्मिक संस्थानों के यहां बनने और बांटने वाले भोजन प्रसाद की जांच करवाएं और यह देखें कि कहां—कहां पशुओं की चर्बी मिले घी से प्रसाद तैयार किया जा रहा है।

भारत सरकार अपने सारे साधनों का युद्ध स्तर पर प्रयोग करके जनता को यह जानकारी दे कि हमें जो मार्केट में घी बिक रहा है, हलवाई जिसका प्रयोग कर रहे हैं, मंदिरों में जिसका प्रसाद बन रहा है वह खाना चाहिए या नहीं। अभी तो पूरी जनता विशेषकर शाकाहारी लोग गंभीर आशंका से घिरे हुए हैं।

भारत सरकार अपने सारे साधनों का युद्ध स्तर पर प्रयोग करके जनता को यह जानकारी दे कि हमें जो मार्केट में घी बिक रहा है, हलवाई जिसका प्रयोग कर रहे हैं, मंदिरों में जिसका प्रसाद बन रहा है वह खाना चाहिए या नहीं। अभी तो पूरी जनता विशेषकर शाकाहारी लोग गंभीर आशंका से घिरे हुए हैं।

शाकाहारी समाज किसी भी कीमत पर इन लोगों को माफ करने को तैयार नहीं, जो जानबूझकर भक्तों को पशुओं की चर्बी मिला घी और प्रसाद खिला रहे हैं। जब तक यह जांच नहीं हो जाती तिरुपति मंदिर से विशेषकर और शेष बड़े मंदिरों से भी इस तरह प्रसाद बनाना और बांटना बंद कर दिया जाए।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में धूमधाम से मनाई गई राधा अष्टमी चंडीगढ़ के मठ मंदिर की झांकियां बनी आकर्षण का केन्द्र रक्षाबंधन पर 32 फुट के वीर हनुमान जी को बांधी सवा 11 फीट से अधिक लंबी इको फ्रेंडली राखी निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून को : आचार्य ईश्वर चन्द्र शास्त्री अगर हम परमात्मा का नाम किसी भी बहाने से लेंगे तो हमारा कल्याण हो जाएगा : स्वामी राज दास जी महाराज हनुमान जन्मोत्सव पर श्री हनुमंत धाम में नवरत्नों से बने विशाल केक का भोग लगाया हनुमान जयंती को लेकर भगवान श्री हनुमान की भक्ति में डूबा सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ क्यों हम करें शक्ति आराधना श्री सांई पालकी शोभा यात्रा पहुंची चण्डीगढ़-पंचकूला में बाबा भक्तों के द्वार शिव रात्रि के यथार्थ अर्थ व परमात्मा शिव की सत्य पहचान के सन्देश से श्रद्धालुओं को अवगत कराया