ENGLISH HINDI Saturday, December 06, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
चण्डीगढ़ के साईं मंदिर में जो अनुभूति हुई, वो शिरडी जैसी ही हुई : सीईओ गोरक्ष गाडिलकर हरियाणा के खेल, कानून और युवा सशक्तिकरण मंत्री गौरव गौतम 11 दिसंबर को पुरस्कार वितरण समारोह के होंगे मुख्य अतिथि चौथा स्वर्गीय आर.पी. सिंह क्रिकेट कोच मेमोरियल कंबाइंड लड़कों और लड़कियों का अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामेंट 23 दिसंबर सेशंखनाद, आतिशबाजी व ढोल-नगाड़ों के साथ साईं बाबा की शिरडी से पधारी चरण पादुकाओं के स्वागत को उमड़ पड़े साईं भक्ततथास्तु चैरिटेबल स्कूल में ब्रजआशा फाउंडेशन ने बच्चों को स्वेटर एवं जुराबें वितरित कीं गुड विल क्रिकेट अकादमी, साहनेवाल, सी.डब्ल्यू.एन. अकादमी, पीरमुच्छला एच.के.क्रिकेट अकादमी, लुधियाना और टी.डी.एल स्टेडियम, पंचकूला जीतेयारो बातों बातों में बात बनाना छोड़ दियाइंडस वैली क्रिकेट अकादमी, सीडब्ल्यूएन अकादमी, पीरमुचल्ला और एचके क्रिकेट अकादमी, लुधियाना क्रिकेट अकादमी ने अपने लीग मैच जीते
राष्ट्रीय

भारत सरकार उन एजेंटों को पकड़े जिन्होंने अवैध रूप से युवकों को बाहर भेजा : लक्ष्मीकांता चावला

February 06, 2025 02:15 PM

भाजपा नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने पूछा कि आखिर अपने देश में रोटी की क्या इतनी कमी है कि वे केवल डालरों के लिए जो कुछ अपने पास है वह भी मिट्टी में मिलाकर बाहर जा रहे हैं। कभी नहीं देखा होगा कि बेटा विदेश से वापस आए तो मां—बाप रो रहे हों, लेकिन यहां देखा गया है कि जब अमेरिका से वापस भेजे गए लड़के पंजाब के घरों में जाते दिखाई दिए तो हर घर में दुख का वातावरण था। कहीं पर तो माता—पिता रो रहे थे कि वे जिंदगी भर कर्ज नहीं उतार सकते। 

फेस2न्यूज /अमृतसर

अमेरिका ने अवैध रूप से रहने वाले भारतीयों को वापस भेजा है। दुख की बात है कि उन्हें बेड़ियों में जकड़कर भेजा, पर अपने देश की सरकारों से, शासन प्रशासन से यह सवाल है कि उन एजेंटों पर नियंत्रण क्यों नहीं हो पा रहा, जो लोगों को धोखे से दूसरे देशों में भेजने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं। अपनी जमीन जायदाद बेचकर विदेश जाने के लिए नौजवान तैयार हो जाते हैं, पर इसमें जनता का भी दोष है।

भाजपा नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने पूछा कि आखिर अपने देश में रोटी की क्या इतनी कमी है कि वे केवल डालरों के लिए जो कुछ अपने पास है वह भी मिट्टी में मिलाकर बाहर जा रहे हैं। कभी नहीं देखा होगा कि बेटा विदेश से वापस आए तो मां—बाप रो रहे हों, लेकिन यहां देखा गया है कि जब अमेरिका से वापस भेजे गए लड़के पंजाब के घरों में जाते दिखाई दिए तो हर घर में दुख का वातावरण था। कहीं पर तो माता—पिता रो रहे थे कि वे जिंदगी भर कर्ज नहीं उतार सकते।

लक्ष्मीकांता चावला ने कहा, इसका एक ही समाधान है कि भारत सरकार उन एजेंटों को पकड़े, जिन्होंने इन्हें अवैध रूप से भेजा और जितना धन इनसे लिया है वे वापस इनको दिलवाए, जिससे ये फिर अपनी जिंदगी शुरू कर सकें।

हैरानगी यह है कि जिनके पास एजेंटों को देने के लिए तीस चालीस लाख रुपये हैं वे तो यहां भी आराम से काम करके रोटी कमा सकते हैं, वे क्यों विदेश की ओर भागते हैं। ड्यूटी सरकार की भी है और हमारे शिक्षा जगत की भी कि सरकार एजेंटों को कम करे और स्कूलों कालेजों में बच्चों को यह समझाया जाए कि विदेश भागने की जगह अपने देश में रहना ही उचित है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और राष्ट्रीय ख़बरें
ब्र.कु. नवीना बहन के दिव्य अलौकिक समर्पण समारोह का आयोजन नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज को मिला उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट दायित्व, अनुयायियों में खुशी की लहर बिहार चुनाव में एनडीए की बड़ी जीत के मायने खास खबरः 14 साल में भारत में डेंगू के करीब 27 लाख केस 1983 में घटे असम के नेली नरसंहार की सच्चाई सार्वजनिक की जाए, पीपीफए की मांग आने वाले समय में ब्रह्माकुमारीज़ विश्व शांति के प्रयासों का प्रमुख केंद्र होगा: नरेंद्र मोदी अलविदा! असरानी पीस ऑडिटोरियम में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया दीपावली पर्व असम में पत्रकारों पर हमलों को लेकर प्रेस एम्बलम कैंपेन ने जताई गहरी चिंता, दोषियों पर कार्रवाई की माँग प्रगतिशील किसान चौधरी विनोद ज्याणी को प्रधानमंत्री ने किया सम्मानित