मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे, राज्यपाल प्रो. अशीम कुमार घोष ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 की तैयारियों के संबंध में ली केडीबी की बैठक, सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें और विदेशी प्रतिनिधियों एवं अतिथियों को हरियाणा की संस्कृति का हो अद्भुत अनुभव – राज्यपाल, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव बनेगा वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से विश्व को जोड़ने का माध्यम - मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता महोत्सव के दौरान धार्मिक, सामाजिक संगठनों और जन भागीदारी के साथ स्वच्छता पर दिया जाए विशेष ध्यान, कुरुक्षेत्र की पावन धरा को स्वच्छ और सुंदर बनाना लक्ष्य - नायब सिंह सैनी
फेस2न्यूज /चंडीगढ़,
हरियाणा के राज्यपाल प्रो. अशीम कुमार घोष ने कहा कि गीता का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए कल्याणकारी है और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को विश्व पटल पर और मजबूती से स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें और आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों एवं अतिथियों का पारंपरिक प्रथाओं से स्वागत किया जाए जिससे सभी मेहमानों को हरियाणा की संस्कृति का अद्भुत अनुभव हो सके।
राज्यपाल प्रो. अशीम कुमार घोष शनिवार को हरियाणा राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों के संबंध में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज और सांसद श्री नवीन जिन्दल भी मौजूद रहे।
प्रो. अशीम कुमार घोष ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य विश्व समुदाय को भारतीय ज्ञान परंपरा, आध्यात्मिकता और जीवन मूल्यों से जोड़ना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव की तैयारियों में किसी प्रकार की कमी न रहे।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2025 न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस महोत्सव के माध्यम से विश्व समुदाय को गीता के शाश्वत संदेश से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गीता का संदेश हर पीढ़ी के लिए प्रासंगिक है। यह महोत्सव हमारी भावी पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने और विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से परिचित कराने का माध्यम बनेगा।
गीता महोत्सव के दौरान धार्मिक, सामाजिक संगठनों और जन भागीदारी के साथ स्वच्छता पर दिया जाए विशेष ध्यान, कुरुक्षेत्र की पावन धरा को स्वच्छ और सुंदर बनाना लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शोभा यात्रा निकली जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गीता महोत्सव के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए सभी धार्मिक, सामाजिक, अन्य संगठनों और जन भागीदारी के साथ एक विशेष अभियान चलाया जाए ताकि कुरुक्षेत्र की पावन धरा स्वच्छ और सुंदर बने।
उन्होंने निर्देश दिए कि महोत्सव के आयोजन को सफल बनाने के समय रहते सभी प्रबंध पूरे किए जाएं ताकि आगंतुकों को किसी भी प्रकार से असुविधा न हो। उन्होंने व्यवस्था, सुरक्षा, यातायात, पार्किंग, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं, साफ-सफाई तथा अन्य आवश्यक प्रबंधों को प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान राज्य की संस्कृति और परंपराओं की झलक आगंतुकों को दिखाई देनी चाहिए, ताकि वे यहां से एक सुखद अनुभव लेकर जाएं।
*गीता विश्व कल्याण का मार्गदर्शक ग्रंथ - स्वामी ज्ञानानंद महाराज*
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवद् गीता केवल सनातन परंपरा का ग्रंथ ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए मार्गदर्शक ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि आज के समय में विश्व जिस प्रकार की आशंकाओं, समस्याओं और प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहा है, उनका आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और व्यवहारिक समाधान गीता से ही संभव है।
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि हरियाणा सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड अपने संकल्पित प्रयासों के माध्यम से इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों पर ही ध्यान दिया जाता था, लेकिन हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से अब देशों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी नई शक्ति और दिशा मिल रही है।
*विदेश मंत्रालय के सहयोग से 40 देशों में पहली बार आयोजित होगा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव*
बैठक में बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का आयोजन 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक होगा। मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। इस बार विदेश मंत्रालय की तरफ से पहली बार 40 देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन 40 देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 के कुरुक्षेत्र में होने वाले मुख्य कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण भी देखा जा सकेगा। इसके अलावा, विदेश मंत्रालय की पहल पर कुरुक्षेत्र में होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 15 से ज्यादा देशों के 25 स्कॉलर भी पहुंचेंगे। साथ ही, 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी इस महोत्सव में शिरकत करेंगे।
*21 दिनों तक दिखेगा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उल्लास का संगम*
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 21 दिन चलेगा और महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 8 दिन चलेंगे। इस महोत्सव से पहले ही कई कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा। इसमें 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज, 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। इसके अलावा 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा तथा रोजाना सायं के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा।
इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इसमें हरियाणा पवेलियन, पार्टनर स्टेट, पुस्तक मेला, जनसम्पर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर दिन और सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम, 24 नवंबर को गीता यज्ञ, गीता पूजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमदभगवद गीता और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
25 नवंबर को विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर कथा, पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 26 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार का समापन व पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 27 नवंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 28 से 30 नवंबर को शिक्षा विभाग की तरफ से गीता श्लोकोच्चारण, वाद विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली, मेहंदी सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
1 दिसंबर को सुबह 9 बजे ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, वैश्विक गीता पाठ, विश्वविद्यालय में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, सायं 5:30 पर सन्निहित सरोवर पर दीपोत्सव, 6 बजे ब्रह्मसरोवर पर दीपदान व आरती तथा पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
*क्राफ्ट मेले में 7 देशों के शिल्पी बिखेरेंगे अपने रंग*
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 7 देशों के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन देशों की शिल्पकला को ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में सजाया जाएगा ताकि महोत्सव में आने वाले पर्यटक इस शिल्पकला को देख सके। इसके अलावा, ज्योतिसर अनुभव केन्द्र को भी महोत्सव के साथ जोडा जाएगा ताकि अनुभव केन्द्र में आने वाले पर्यटक भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भागीदारी कर सकें।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, विरासत एवं पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती कला रामचंद्रन, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विकास गुप्ता, सूचना जनसंपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ अमित अग्रवाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ साकेत कुमार, राज्यपाल के सचिव श्री डी के बेहरा, कुरुक्षेत्र के उपायुक्त श्री विश्राम कुमार मीणा और मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भारत भूषण भारती अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
क्रमांक - 2025
*देश के शहरों को स्वच्छ बनाने में एकता और अंत्योदय की भावना जरूरी - केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल*
*स्वच्छ शहर जोड़ी पहल में अग्रणी भूमिका निभाएगा हरियाणा: मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी*
चंडीगढ़, 27 सितम्बर-- केंद्रीय शहरी विकास मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें एकता और अंत्योदय की भावना के साथ देश के शहरों को स्वच्छ व गंदगी मुक्त बनाना है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने दो विचार रखे थे—एक राजनीतिक आज़ादी और दूसरा गंदगी से आजादी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के इस संकल्प को आगे बढ़ाया।
श्री मनोहर लाल शनिवार को सोनीपत के आईआईटी एजुकेशन सिटी कैंपस में स्वच्छ शहर जोड़ी (एसएसजे) पहल का शुभारंभ करते हुए संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी कार्यक्रम में करनाल से जुड़े और कहा कि स्वच्छ शहर जोड़ी पहल में हरियाणा अग्रणी भूमिका निभाएगा। हरियाणा के सोनीपत व करनाल नगर निगम से पांच-पांच नगर पालिकाओं को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने देश के शहरों को स्वच्छ करने के लिए शुरू की गई इस पहल के लिए केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल का धन्यवाद भी किया।
वहीं अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छ शहर जोड़ी पहल के तहत 72 मेंटर शहर और लगभग 200 मेंटी शहर जोड़े गए हैं। यह शहरी कचरा प्रबंधन क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा सिटी-ट्विनिंग ढांचा सिद्ध होगा। चयन हाल ही में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण के आधार पर किया गया है। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों को मेंटर और सुधार की आवश्यकता वाले शहरों को मेंटी बनाया गया है। प्रत्येक मेंटर-मेंटी जोड़ी का गठन भौगोलिक निकटता और प्रदर्शन अंतर के आधार पर किया गया है ताकि ज्ञान आदान-प्रदान अधिक प्रासंगिक और व्यावहारिक हो।
राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान सभी सहभागी शहरों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। इस अवसर पर नगर निकाय अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इसे ऐतिहासिक बना दिया।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण की लगातार सफलताओं को देखते हुए मंत्रालय ने सुपर स्वच्छ लीग की भी स्थापना की है। 2022, 2023 और 2024 के सर्वेक्षण में पाँच जनसंख्या वर्गों में शीर्ष तीन स्थान प्राप्त करने वाले शहरों को इस लीग में शामिल किया गया है। यही शहर स्स्छ्व ढांचे में मेंटोर शहरों का आधार बनेंगे। वहीं, मेंटी शहरों का चयन राज्यों की संचयी रैंकिंग में निचले स्तर पर रहे शहरों से किया गया है ताकि व्यावहारिक और सहकर्मी-आधारित सीखने का मॉडल विकसित हो सके।
उन्होंने कहा कि आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने 26 अगस्त, 2025 को एसएसजे पहल हेतु आधिकारिक दिशानिर्देश जारी कर 100-दिवसीय कार्ययोजना की शुरुआत की है। इस अवधि में प्रत्येक शहर जोड़ी संयुक्त कार्य योजनाएँ बनाएंगी जिनमें स्पष्ट लक्ष्य व मील के पत्थर होंगे, साइट विज़िट और प्रत्यक्ष अनुभव आधारित शिक्षण करेगी, सफलताओं की साझेदारी और चुनौतियों का समाधान निकालेगी तथा दीर्घकालिक क्षमता निर्माण की नींव रखेगी। इस प्रयास का मूल्यांकन स्वच्छ सर्वेक्षण 2026 में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह पहल दर्शाती है कि संरचित मेंटॉरशिप मॉडल शहरी स्वच्छता पर ठोस असर डाल सकता है। इससे न केवल जमीनी स्तर पर सुधार होंगे, बल्कि शहरी शासन प्रणाली में पीयर-लर्निंग मॉडल को संस्थागत रूप मिलेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल की उपस्थिति में हरियाणा के करनाल और सोनीपत नगर निगम ने 5-5 छोटे शहरों को स्वच्छता में सहयोग देने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए। करनाल नगर निगम सीवन, इस्माईलाबाद, कालांवाली, नारनोंद और राजौंद नगर पालिका का मार्गदर्शन करेगा, जबकि सोनीपत नगर निगम पटौदी, फर्रूखनगर, कुंडली, नारनौल और होडल को सहयोग करेगा। सोनीपत में आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यक्रम से सहयोगात्मक शहरी शासन और शहर-से-शहर मेंटॉरिंग के एक नए युग की शुरुआत हुई है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने शैलेंद्र द्वारा लिखित और अमित त्रिवेदी व श्रेया घोषाल द्वारा गाया गया स्वच्छता गीत भी लॉन्च किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय व उत्तर प्रदेश के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री अनिल कुमार शर्मा से भी बातचीत की। इस अवसर पर राय से विधायक कृष्णा गहलावत, सोनीपत से विधायक श्री निखिल मदान, मेयर श्री राजीव जैन, अर्बन डेवलपमेंट मंत्रालय की जॉइंट सेक्रेटरी रूपा मिश्रा, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कमिश्नर एवं सचिव श्री विकास गुप्ता भी मौजूद थे।
क्रमांक-2025
*जीएसटी कर सुधार से नई आर्थिक क्रांति का हुआ शुभारंभ - केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल*
*प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से जुड़ी हुई ज्यादा से ज्यादा चीजों पर ज्यादा टैक्स घटाया है, ताकि सीधे तौर पर आम जनता को मिले लाभ*
चंडीगढ़, 27 सितंबर-- केंद्रीय ऊर्जा, आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जीएसटी कर सुधार से कृषि, उद्योग और एमएसएमई, उद्योगपतियों और व्यापारियों, उपभोक्ताओं को भी राहत पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी कर सुधार से नई आर्थिक क्रांति का शुभारंभ हो गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से जुड़ी हुई ज्यादा से ज्यादा चीजों पर ज्यादा टैक्स घटाया है ताकि सीधे तौर पर आम जनता को लाभ हो। जीएसटी के नए स्लैब में 90 प्रतिशत वस्तुएं ऐसी हैं जिन पर जीएसटी 28 से 18 प्रतिशत की गई हैं। और 99 प्रतिशत वस्तु ऐसी है जिन पर 18 से 5 प्रतिशत की गई हैं।
केंद्रीय मंत्री आज पानीपत में पत्रकार वार्ता कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि टैक्स कम होने से आमजन की खरीद की क्षमता बढ़ेगी, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, कर्मचारियों व छोटे किसानों को बचत के अवसर प्राप्त होंगे और निवेश के अवसर भी उन्हें मिलेंगे। इस मौके पर शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि टैक्स के नए स्लैब आने से उद्योगों को गति मिलेगी और उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। उनके उत्पादों की मांग बढ़ेगी और वे लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार भी दे पाएंगे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कुशल वित्त प्रबंधन के कारण जहां भारत विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन गया है, वहीं देश की आंतरिक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग को राहत प्रदान करने के लिए सरकार ने जहां इनकम टैक्स की सीमा को बढ़ाकर 12 लाख रुपए वार्षिक किया है, वहीं अब वस्तु एवं सेवा कर की दर को घटाकर 5 और 18 प्रतिशत करके भी आम जनता को बड़ी राहत प्रदान करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 के स्वतंत्रता दिवस पर जनता से इस बार की दिवाली पर देश की जनता से कर सुधार का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि सरकार मौजूदा दौर में उद्योगों की दिशा और दशा में बदलाव लाने के लिए निवेश, समावेश, नवाचार वाले सभी दिशा सूचक तय करने का कार्य कर रही है ताकि इस क्षेत्र में भी भारत आत्म निर्भर हो सके।