फेस2न्यूज/पंचकुला
शालीमार ग्राउंड, सैक्टर-5, पंचकुला में आदर्श रामलीला द्वारा 45वें वर्ष की राम की लीला का आठवें दिवस का मंचन किया गया। रविवार के दिन स्टेज पर हनुमान जी ने अपने दर्शन दे, सभी को खुश कर दिया। रामलीला पंडाल बारी भीड़ से भरा हुआ था, लगभग पांच हजार से ज्यादा लोग थे।
पहले दृश्य में राम और लक्ष्मण पंचवटी में आए और सीता माता को न पाकर बहुत व्याकुल हुए। मूर्छित जटायु से मिलकर श्री राम को ज्ञात हुआ कि सीता जी का हरण हो गया है और उन्हें बचाते हुए जटायु घायलों गया और अन्ततः अपने प्राण त्याग दिए। उन्होंने उनकी तलाश शुरू कर दी और भटकते भटकते शबरी के आश्रम में जा पहुंचे ।
राम ने शबरी के झूठे-मीठे बैर खा कर, छोटे बड़े के बीच के अंतर को खत्म किया और प्रेम का संदेश दिया। शबरी ने श्री राम को सुग्रीव से मदद मांगने के लिए किशकिंथा पर्वत जाने को कहा। वहां उनकी भेंट हनुमान जी और वानर सेना से हुई । सुग्रीव की मदद करने हेतु श्री राम ने बाली का वध किया उर सुग्रीव को बाली के अत्याचारों से मुक्ति दिलाई । बदले में सुग्रीव ने भी श्री राम की मदद का वादा किया और सीता जी की खोज का कार्य शुरू कर दीया। हनुमान जी और सेना को लंका तट पर भेजा गया। बच्चों में वानर सेना में भाग लेना का उत्साह देखने योग्य है और कहीं न कहीं हमारी संस्कृति के लिए अच्छा भी है।
मुख्य कलाकारों में राम का रोल सौरभ शर्मा, लक्ष्मण का राहुल चौहान, हनुमान का गौतम शर्मा, सुग्रीव का शहबाज खान, बाली का राजीव बांगा, तारा का सलोनी शर्मा, शबरी का राकेश कन्नौजिया, जामवंत का दर्पण ने बखूबी निभाया।
प्रधान श्री रमेश चड्ढा ने बताया कि भारी भीड़ को संभालने में हमारे क्लब के सभी सदस्य बहुत अच्छे से सक्षम हैं। श्री प्रदीप कंसल व अमित गोयल ने बताया कि सोमवार रात को हनुमान जी स्टेज पर अशोक वाटिका उजाड़ेंगे और सभी को फल का प्रसाद दिया जाएगा, फिर बाद में रावण से संवाद के बाद लंका दहन किया जाएगा।