फेस2न्यूज /चंडीगढ़
सेक्टर 29 के सेवा भारती भवन में स्वदेशी अभियान आंदोलन के तहत कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स एवं स्वदेशी रोजगार मंच द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आहवान पर लोगों ने स्वदेशी सामान को अपनाने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में स्वदेशी रोजगार मंच अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री सतीश, प्रांतीय संगठन मंत्री श्री विनय कुमार, अमित कुमार, श्री मयंक , रोहित भी शामिल हुए.
कार्यक्रम के दौरान, अखिल भारतीय संगठन मंत्री सतीश जी ने उपस्थित लोगों को हाथ सामने करके संकल्प करवाया कि वे आगे से स्वदेशी सामान का उपयोग ही करेंगे और इसी का प्रचार-प्रसार करेंगे।
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग और महासचिव भीमसेन ने स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग पर जोर देते हुए लोगों को प्रेरित किया और व्यापारियों से आग्रह किया कि वे भी विदेशी सामान से कमाई करने का लालच छोड़ें और स्वदेशी सामान ही बेचें।
हरीश गर्ग ने कहा, "स्वदेशी संकल्प केवल एक कार्यक्रम ही नहीं, यह राष्ट्र निर्माण का संकल्प है। इससे पूर्व जब देश गुलाम था तो हमारे पूर्वजों ने और हमारे देश को आजाद करवाने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने विदेशी समान छोड़ो का अभियान चलाया था देश जो कि देश की आजादी के लिए था आज का जो स्वदेशी अभियान जिसकी हम सब लोग जन आंदोलन में बदलने की कोशिश कर रहे हैं यह भारत को आर्थिक रूप से स्वतंत्र करने में और दुनिया की महान शक्ति बनने में सहायक होगा।"
कार्यक्रम में कैट उपाध्यक्ष प्रेम कौशिक, हरिशंकर मिश्रा ने भी बहुत विस्तार पूर्वक अपने विचार रखे और उपस्थित व्यापारियों को स्वदेशी सामान अपनाने के लिए जागृत किया।
कार्यक्रम में खजांची श्री रमेश सिंगला, संगठन सचिव अजय सिंगला, सचिव उमेश गुप्ता, सचिव राजपाल डोंगर, मार्बल कारोबारी श्री राम जी, मनमोहन गोयल, महावीर गोयल, राजकुमार जी, और अशोक कुमार जी भी उपस्थित थे। सेक्टर 22 के चेयरमैन श्री सुभाष गुप्ता, वेंडर सेल के अध्यक्ष श्री रविंद्र टिम्मा और मुकेश गिरी भी उपस्थित थे।
महिलाओं की उपस्थिति भी उल्लेखनीय थी, जिनमें श्रीमती सुनीता धवन, अनीता चौधरी, नीलम जी, सुनीता भट्ट, रुबी गुप्ता और पिंकी जी शामिल थीं।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने स्वदेशी सामान को अपनाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया।कार्यक्रम का समापन जन गण मन के साथ हुआ।