फाजिल्का, फेस2न्यूज:
सनातन धर्म बचाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेने वाले विश्व प्रसिद्ध आरती ओम जय जगदीश हरे के लेखक पंजाब के फिलौर नगर वासी पंडित श्रद्धा राम फिलौरी के 188वें जन्मदिन पर नगर के विभिन्न मंदिरों में उनके द्वारा रचित आरती गाकर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
जानकारी देते समाज सेवक लीलाधर शर्मा ने बताया कि बचपन से धार्मिक प्रवृत्ति के पंडित श्रद्धा राम फिलौरी ने सनातन धर्म के प्रचार व प्रसार शुरू कर दिए जिसे देख अंग्रेजों ने उन पर अत्याचार कर उन्हें देश निकाला दे दिया। कुछ समय बाद लाहौर से वापस आ उन्होंने 1870 में विश्व प्रसिद्ध ओम जय जगदीश हरे आरती लिखी। जो आज सुबह-शाम गाई जाती है। उन्होंने पंजाबी भाषा में प्रथम पुस्तक सिखां दे राज दी व्यथा लिखी थी जो काफी प्रसिद्ध हुई।
फाजिल्का के सिद्ध श्री हनुमान मंदिर ट्रक यूनियन, श्री राम मंदिर, सिद्ध श्री हनुमान मंदिर कॉलेज रोड में शिव सेना बाल ठाकरे और अन्य धार्मिक संस्थाओं द्वारा पंडित श्रद्धा राम फिलौरी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर याद किया गया और प्रसाद वितरित किया गया।