अनुमति समाप्त होने के बावजूद निकाली जा रही है मिट्टी
पिंकी सैनी /डेरा बस्सी
नज़दीकी गाँव सुंदरा में ज़मीन से मिट्टी निकालने की अनुमति समाप्त होने के बावजूद अवैध खनन ज़ोरों पर जारी है, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गाँव में बन रहे सामुदायिक केंद्र के लिए मिट्टी डालने हेतु ज़मीन को शामिल किया गया था। मिट्टी निकालने की अनुमति दी गई थी, लेकिन संबंधित विभाग द्वारा यह अनुमति 16 जून से 16 जुलाई तक के लिए दी गई थी। यह अवधि 16 जुलाई को समाप्त हो गई। इसके बावजूद, सुंदरा गाँव की ज़मीन से अवैध मिट्टी निकाली जा रही है। यह धंधा तेज़ी से चल रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि ज़मीन से मिट्टी निकालने का काम बिना किसी रोक-टोक के चल रहा है। सत श्री अकाल। ग्रामीणों का कहना है कि इससे न केवल गाँव की ज़मीन को नुकसान पहुँच रहा है, बल्कि कानूनी नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस अवैध खनन को तुरंत रोका जाए और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
जब इस बारे में गाँव के सरपंच वरिंदर सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका फोन स्विच ऑफ था। वहीं, जब इस बारे में बीडीपीओ डेराबस्सी गुरमेल सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि पंचायत द्वारा गाँव में ज़मीन से मिट्टी खोदकर बनाए जा रहे सामुदायिक केंद्र में गाँव को केवल 28 दिनों के लिए शामिल किया गया है। अगर मिट्टी डालने की अनुमति दी गई है, तो अनुमति अवधि समाप्त होने के बाद भी अगर कोई व्यक्ति गाँव सुंदरा की ज़मीन से मिट्टी डाल रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जब इस बारे में गाँव के सरपंच वरिंदर सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका फोन स्विच ऑफ था। वहीं, जब इस बारे में बीडीपीओ डेराबस्सी गुरमेल सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि पंचायत द्वारा गाँव में ज़मीन से मिट्टी खोदकर बनाए जा रहे सामुदायिक केंद्र में गाँव को केवल 28 दिनों के लिए शामिल किया गया है।
अगर मिट्टी डालने की अनुमति दी गई है, तो अनुमति अवधि समाप्त होने के बाद भी अगर कोई व्यक्ति गाँव सुंदरा की ज़मीन से मिट्टी डाल रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। अब देखना यह है कि प्रशासन मिट्टी के इस अवैध खनन को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।