फेस2न्यूज /जीरकपुर ( मोहाली)
पंजाब व हरियाणा के लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी करने वालों पर प्रवर्तन निदेशालय ईडी और पुलिस की नजर में हैं और यह लोग अब विदेश भागने की िफराक में हैं।
फतेहाबाद और हिसार के मूल निवासी जो यहां जीरकपुर के वीआईपी रोड के अलावा ठिकाने बदल बदल कर रहने वाले आरोपियों की पुलिस ने पहचान कर ली है, जिनमें प्रमुख तौर पर अनिल गोयल पुत्र प्रहलाद राय गोयल निवासी सतीश कॉलोनी फतेहाबाद, संजय गुप्ता पुत्र जगदीश चन्द्र गुप्ता निवासी सेक्टर 14 हिसार, प्रहलाद राय गोयल, कपिल गोयल पुत्र प्रहलाद राय गोयल, संजय झंडई उर्फ़ संजय वीडियो गेम नाहर कॉलोनी, अभिमन्यु टुटेजा पुत्र श्यामसुंदर निवासी हिसार, प्रवीन झंडई उर्फ़ पिन्नु रिक्शा वाला निवासी चार मरला कॉलोनी, संचित मदान निवासी चार मरला कॉलोनी, सुशील गोयल निवासी हिसार शामिल हैं।
आरोपियों ने उसे विश्वास में लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन गेमिंग के नाम पर एक सुनियोजित ठगी की जिससे उसके सभी सपने चकनाचूर कर दिए और उसक कर्जदार करके बेबेसी के दलदल में धकेल दिया। फतेहाबाद के एसपी और चंडीगढ़ में ईडी कार्यालय को भेजी शिकायत में अनिल मल ने बताया कि साल 2010 में अनिल की जान-पहचान शहर के कुछ लोगों से हुई।अनिल ने कहा कि अब उसे पुलिस और ईडी पर भरोसा है कि एक दिन आरोपी पकड़ में आएंगे और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी से अर्जित जायदाद कुर्क करे उसे न्याया मिलेगा।
यह खुलासा वीरवार को फतेहाबाद के निवासी अनिल मल ने यहां एक प्रेस वार्ताा में किया। उसने बताया कि वह आज खुद को सड़क पर खड़ा पा रहा है। कभी शहर की एमसी कॉलोनी में रहने वाला यह व्यक्ति अपनी पूरी संपत्ति गंवाकर इंसाफ की गुहार लगा रहा है।
आरोपियों ने उसे विश्वास में लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन गेमिंग के नाम पर एक सुनियोजित ठगी की जिससे उसके सभी सपने चकनाचूर कर दिए और उसक कर्जदार करके बेबेसी के दलदल में धकेल दिया। फतेहाबाद के एसपी और चंडीगढ़ में ईडी कार्यालय को भेजी शिकायत में अनिल मल ने बताया कि साल 2010 में अनिल की जान-पहचान शहर के कुछ लोगों से हुई।
अनिल को भरोसे में लेकर कहा हमारी क्रिकेट मैच में ऊपर तक सेटिंग है, तेरे पैसों को दोगुना कर देंगे। इस झांसे में आकर अनिल ने पहले 40 से 50 लाख रुपये लगा दिए। लेकिन यहीं से अनिल की मुश्किलें शुरू हो गईं। जब पैसे वापस नहीं मिले तो आरोपियों ने एक और लालच दिया। ऑनलाइन गेमिंग आईडी में लगाओ, पिछला नुकसान भी पूरा हो जाएगा। अनिल ने एक बार फिर भरोसा किया।
2020 से 2024 के बीच उसने और 35 से 40 लाख रुपये खर्च कर डाले, कभी नकद, कभी गूगल पे और बैंक ट्रांसफर से आरोपियों को करीब डेढ करोड़ का भुगतान कर दिया।
एक आरोपी अभिमन्यु टुटेजा ने खुद को बैटकिंग 24.कॉम का मालिक बताते हुए कहा कि वह एमजी ग्रुप से जुड़ा है और वहां बोनस के नाम पर अनिल से लगभग 75 से 80 लाख रुपये वसूल लिए। फिर एक दिन वो मोबाइल नंबर बंद कर, शहर छोड़कर फरार हो गया। वहीं प्रवीन झंडई और संजय झंडई नामक दो अन्य आरोपियों ने डायमंड एक्सचेंज और ऑल पैनल एक्सचेंज के नाम पर 15 से 20 लाख रुपये ठग लिए। पूरे नेटवर्क में 9 लोग शामिल थे - सभी ने मिलकर धीरे-धीरे अनिल की पूरी जायदाद बिकवा डाली। आज अनिल के पास न कोई प्रॉपर्टी बची है, न बैंक बैलेंस। सैकड़ों पेजों की बैंक स्टेटमैंट की अब पुलिस जांच कर रही है।
अनिल ने कहा कि अब उसे पुलिस और ईडी पर भरोसा है कि एक दिन आरोपी पकड़ में आएंगे और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी से अर्जित जायदाद कुर्क करे उसे न्याया मिलेगा।