घायल की गति घायल जाने, जो कोय घायल हुए। यह कुत्ता प्रेमी कभी कुत्तों ने घायल किए नहीं।
फेस2न्यूज अमृतसर
जिस देश में एक वर्ष में 37 लाख से ज्यादा लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा, कितने लोगों की मौत हो गई, कितने हमेशा के लिए रोगी हो गए और हलकाय जैसी भीषण बीमारी जिसका कोई इलाज भी नहीं उससे तड़प तड़प कर मर गए। मरने वालों में ज्यादा बच्चे रहे। इनका दर्द, इनकी पीड़ा, इन परिवारों के आंसू यह तथाकथित पशु प्रेमी जिनका नेता राहुल गांधी है, न देख पाए, न समझ पाए और न कभी उन परिवारों के आंसू पोंछने के लिए गए।
कभी इन्होंने उन घरों में जाकर नहीं देखा जिनके बच्चे कुत्ते खा गए और सरकारें भी गूंगी बनी रहीं। न भारत सरकार बोली, न प्रांतीय सरकारों और न ही ये संसद में विपक्ष के बड़े नेता। अब सर्वोच्च न्यायालय ने जो निर्णय आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए है उसे देश का आम आदमी खुश है और स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहा है।
कुत्तों के प्रेम में दिल्ली की सड़कों पर नारे लगाने वाले, कैंडल जलाने वाले कभी उन घरों के आसपास तो आएं जिनके बच्चे कुत्ते खा गए और जो गरीबी के कारण सारे इंजेक्शन भी नहीं लगवा पाए तथा आज भी तड़प रहे हैं।
गौरतलब है कि भाजपा की नेत्री मेनका गांधी भी पशु प्रेमी हैं और एक एनजीओ चलाती हैं.