दीपक सिंह /चंडीगढ
कार्यक्रम में एक विशेष खादी स्टॉल लगाया गया जिसमें खादी कपड़े, हर्बल शैम्पू, हस्तनिर्मित टॉफियां, बेडशीट और अन्य अनेक स्वदेशी उत्पाद प्रदर्शित किए गए। यह स्टॉल खादी ग्रामोद्योग भवन, खरड़ के सहयोग से लगाया गया। प्रदर्शनी में छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अनेक उत्पाद खरीदे, जिससे स्थानीय कारीगरों को सहयोग मिला और ‘मेड इन इंडिया’ की भावना को मजबूती मिली।
सुश्री वंदना जैन (एनएसएस पूर्व छात्रा प्रभारी), डॉ. अमरप्रीत सिंह सिज्जेर (उप-प्राचार्य) डॉ. संगम कपूर (डीन) प्रो. डॉ. निशा अग्रवाल (प्राचार्य) व डॉ. आरती कौशल (सदस्य)इस मंच ने स्वदेशी वस्तुओं के महत्व के प्रति जागरूकता पैदा की, उद्यमिता को प्रोत्साहित किया और ग्रामीण शिल्पकारों की आजीविका में योगदान दिया, जो विकसित भारत और ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के आदर्शों से पूरी तरह मेल खाता है।
एनएसएस पूर्व छात्रों की इस पहल ने यह सशक्त संदेश दिया कि स्वदेशी उत्पादों का प्रयोग करने की हर छोटी पहल राष्ट्र की आत्मनिर्भरता को मजबूत करती है। खादी के माध्यम से देशभक्ति का उत्सव मनाकर और सतत उद्यमिता को प्रोत्साहित कर, इस कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को विकसित भारत और ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया, जिससे जागरूकता को कार्य में बदलकर एक सशक्त और एकजुट भारत की दिशा में कदम बढ़ाया जा सके।