ENGLISH HINDI Sunday, September 21, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने लांस दफेदार बलदेव चन्द की शहादत पर शोक व्यक्त कियाहरियाणा सरकार ने राईस मिलर्स के हित में लिया बड़ा फैसला,लगभग 1000 मिलों को होगा लाभ, होल्डिंग चार्जिज के रूप में 50 करोड़ रुपये की भी मिलेगी छूट -मुख्यमंत्रीस्टॉक ट्रेडिंग में मुनाफे का लालच देकर 19 लाख की ठगी के मामले मे पहला आरोपी गिरफ्तार, 6 दिन के पुलिस रिमांड परआप नेता पर भाई भतीजे को धमकाने के लगे आरोपपारस हेल्थ ने 81 वर्षीय कैंसर सर्वाइवर की बचाई जान, लगाया दुर्लभ माइक्रा वीआर2 पेसमेकरचंडीगढ़ राज्य संसाधन समूह ने नव विकसित पाठ्यपुस्तकों पर 5 दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम में भाग लियाईएसआई बीमा वर्कर का मेडिकल बिल भुगतान अधिकतम 30 दिन में होगापुलिस अधिकारियों को सामुदायिक सहभागिता मजबूत करने और जन शिकायतों का समाधान करने के निर्देश
चंडीगढ़

पारस हेल्थ ने 81 वर्षीय कैंसर सर्वाइवर की बचाई जान, लगाया दुर्लभ माइक्रा वीआर2 पेसमेकर

September 20, 2025 05:47 PM

कैंसर सर्वाइवर को सामान्य पेसमेकर नहीं लगाया जा सकता था, इसलिए जांघ के रास्ते बिना दाग वाला माइक्रा वीआर2 पेसमेकर लगाया गया और 24 घंटे में सुरक्षित रूप से उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया

 
 
फेस2न्यूज/
पंचकूला 

पारस हेल्थ ने कई सेहत से संबंधित समस्याओं से जूझ रहे 81 वर्षीय कैंसर सर्वाइवर में दुनिया का सबसे छोटा और नया माइक्रा वीआर2 पेसमेकर सफलतापूर्वक लगाया। यह दुर्लभ और जोखिम भरा ऑपरेशन किया गया और मरीज को 24 घंटे के अंदर सुरक्षित डिस्चार्ज कर दिया गया। 

मरीज श्री सी. सिंह की मेडिकल हिस्ट्री काफी जटिल थी। वे गले के कैंसर से सर्वाइव हो चुके थे और कई बार रेडिएशन थेरेपी करवाई थी। इसके कारण उनके सीने पर गहरे निशान हो गए थे, वोकल कॉर्ड पैरालाइज हो चुके थे और खाने के लिए फीडिंग ट्यूब पर निर्भर थे। उनकी कमजोर हालत बार-बार होने वाले इंफेक्शन और बेहोशी की घटनाओं से और बिगड़ गई थी। जांच में पता चला कि उन्हें कंप्लीट हार्ट ब्लॉक है। यह जानलेवा स्थिति थी और उन्हें बचाने के लिए तुरंत इलाज की जरूरत थी।

ज्यादा उम्र, कमजोरी और सीने पर बने गहरे निशानों की वजह से मरीज को सामान्य पेसमेकर नहीं लगाया जा सकता था। इलाज कर रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन अग्रवाल, डायरेक्टर, कार्डियोलॉजी इंटरवेंशनल ने बताया, “यह केस बहुत चुनौतीपूर्ण था। मरीज की हिस्ट्री देखते हुए सामान्य पेसमेकर लगाने में कई बड़े खतरे थे। माइक्रा वीआर2 एक सुरक्षित और असरदार विकल्प था। इसमें कोई निशान नहीं पड़ता, सीने पर बने पॉकेट्स से इंफेक्शन का खतरा नहीं होता और रिकवरी भी जल्दी होती है। पेसमेकर लगाने के बाद से मरीज को बेहोशी की कोई समस्या नहीं हुई है।”

माइक्रा वीआर2 पेसमेकर लीडलेस हार्ट पेसिंग टेक्नोलॉजी की नई पीढ़ी है। इसमें सामान्य पेसमेकर की तरह तारों और सीने पर कट की जरूरत नहीं पड़ती है। इससे इंफेक्शन का खतरा कम होता है और मरीज को ज्यादा आराम मिलता है। इसका नया डिलीवरी सिस्टम कैथेटर टिप पर 66% तक प्रेशर कम करता है और छेद (परफोरेशन) का अनुमानित खतरा 28.5% तक घटाता है, जबकि इम्प्लांट प्रक्रिया उतनी ही आसान बनी रहती है।

पेसमेकर लगाने के बाद से श्री सिंह स्थिर हो गए हैं और उन्हें दोबारा बेहोशी की समस्या नहीं हुई है। यह केस साबित करता है कि पारस हेल्थ पंचकुला उत्तर भारत में एडवांस्ड हार्ट ट्रीटमेंट्स का एक प्रमुख सेंटर बन गया है। यह नई तकनीक का उपयोग करते हुए पेशेंट फर्स्ट देखभाल पर जोर देता है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और चंडीगढ़ ख़बरें
चंडीगढ़ राज्य संसाधन समूह ने नव विकसित पाठ्यपुस्तकों पर 5 दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम में भाग लिया ईएसआई बीमा वर्कर का मेडिकल बिल भुगतान अधिकतम 30 दिन में होगा रायपुर कलां-हरमिलाप नगर अंडरपास परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत जनसुनवाई बैठक आयोजित एएमएम-37 में मनाया गया सेवा पखवाड़ा: संजय टंडन ने पौधारोपण किया व टीबी की किटें बांटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्षगाँठ पर एएमएम-37 में पौधारोपण व आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक शिविर आयोजित हिमाचल महासभा ने पारम्परिक त्योहार सैर मनाया अब प्लास्टिक सर्जरी का इलाज और भी आसान, पारस हेल्थ पंचकूला में तीन नई स्पेशल क्लीनिक सेवाएं की शुरुआत बसंत गिरिजा श्री सोसायटी का स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जयंती पर भव्य कार्यक्रम सुरीला सफर 23 का आयोजन 20 सितंबर को सीआईएसएफ ने आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की पहल एम-पॉवर के साथ समझौता ज्ञापन को 3 वर्ष के लिए बढ़ाया मणिका शर्मा टीचर्स एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित