वाई पूरन कुमार को न्याय दिलाने के लिए एसोसिएशन अगेंस्ट एट्रोसिटीज संस्था आगे आई, प्रधानमंत्री को उनके हरियाणा दौरे के दौरान एफआईआर में शामिल अधिकारी की ओर से सलामी दिए जाने से होगी फजीहत
फेस2न्यूज/ चंडीगढ़
स्वर्गीय एडीजीपी वाई पूरन कुमार हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर तथा उनके खासमखास आईपीएस पंकज नैन द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचारों के खिलाफ आवाज उठा रहे थे, इसलिए शत्रुजीत कपूर वाई पूरन कुमार को प्रताड़ित कर रहे थे। ये आरोप सोमवार को चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में विजय कुमार चौधरी ने लगाए, जो अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाली संस्था एसोसिएशन अगेंस्ट एट्रोसिटीज (एएए) के अध्यक्ष हैं।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, भारत सरकार के पूर्व सदस्य रहे विजय कुमार चौधरी ने खुलासा करते हुए पंचकूला स्थित हाईलैंड हाउसिंग सोसाइटी का उदाहरण देते हुए बताया कि शत्रुजीत कपूर इस सोसायटी के सदस्य हैं व पंकज नैन को उन्होंने अध्यक्ष बनाया हुआ है। इन्होंने जालसाजी एवं फर्जीवाड़ा करके हुडा के जरिए ऑक्शन करवाई थी और यहां 10-10 करोड़ के फ्लैट बेचे गए। इसके अलावा पंकज नैन ने अपनी पत्नी के नाम पर 60 एकड़ जमीन भी वक्फ़ बोर्ड से लीज पर ले रखी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि शत्रुजीत कपूर शुरू से ही दलित विरोधी मानसिकता के व्यक्ति हैं। पूरन कुमार द्वारा उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचारों को उजागर किए जाने के डर से डीजीपी ने रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया को साजिश में शामिल करके शराब कारोबारी प्रवीण बंसल से रिश्वत मांगने की एक झूठी शिकायत लेकर पूरन कुमार को फंसाने का खेल रचा।
विजय कुमार चौधरी ने बताया कि पंकज नैन ने अनाप-शनाप तरीकों से अवैध रूप से कई करोड़ रुपए से भी ज्यादा की प्रॉपर्टियां बनाई हुई हैं।
पूरन कुमार की आत्महत्या प्रकरण में समूचे दलित समाज ने बेहद शांतिपूर्वक एवं संतुलित रवैया अपनाया हुआ है व धैर्यपूर्वक सरकार की कार्रवाई का इंतजार कर रहा है। दलित महापंचायत द्वारा दिया गया 48 घंटे का अल्टीमेटम अगले कल खत्म होने वाला है। इसके बाद दलित समाज चुप नहीं बैठेगा व इसकी सबसे बड़ी प्रतिक्रिया बिहार के चुनाव में देखने को मिलेगी।
प्रधानमंत्री के हरियाणा दौरे के दौरान एफआईआर में नामजद डीजीपी द्वारा सलामी दिए जाने से भारी फजीहत होगी
विजय कुमार चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर आगामी 17 अक्टूबर को सोनीपत में आयोजित किए जा रहे सम्मेलन में भाग लेने के लिए हरियाणा के दौरे पर आ रहे हैं। इस अवसर पर उन्हें एफआईआर में नामजद डीजीपी शत्रुजीत कपूर द्वारा सलामी दी जाएगी, जो कि बेहद अफसोसनाक एवं अशोभनीय होगा। सरकार को चाहिए कि इस अजीबोगरीब घटनाक्रम से केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार की होने वाली फजीहत से पहले ही डीजीपी को हटाकर तत्काल जेल भेजा जाए।
चौधरी ने केन्द्र सरकार और नायब सिंह सैनी सरकार से मांग की है कि अविलंब शत्रुजीत कपूर और नरेन्द्र बिजरानिया को गिरफ्तार किया जाए। इस केस को फ़ास्ट ट्रैक को स्थानान्तरित किया जाए तथा राव नरबीर सिंह, शत्रुजीत कपूर, नरेन्द्र बिजरानिया, पंकज नैन, अजय गौड़, सुनील शर्मा आदि के भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए।