चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद सत्तारूढ़ ग्रुप पर कई क्षेत्रों में रहने वाले मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया उनियाल ग्रुप ने, चुनाव अधिकारियों के बजाए कार्यालय सचिव द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करने पर आपत्ति उठाई
चण्डीगढ़ : गढ़वाल सभा, सैक्टर 29, चण्डीगढ़ ट्राईसिटी की सबसे बड़ी सामाजिक संस्था है, जिसके लगभग 20-22 हजार सदस्य पूरे ट्राईसिटी में हैं। संस्था का चुनाव 9 वर्षों बाद 4 अगस्त को होने जा रहा है। इसी बीच गाय के चुनाव चिन्ह पर चुनाव मैदान में उतरे उनियाल ग्रुप ने एक प्रेस कांफ्रेंस में चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद सत्तारूढ़ ग्रुप पर कई क्षेत्रों में रहने वाले मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया है।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार कुंदन लाल उनियाल व ग्रुप के अध्यक्ष बीएस बिष्ट ने बताया कि जनरल हाउस में जो चुनाव अधिकारी चुने गये थे, उन्होंने 15 दिन पहले ट्राईसिटी चण्डीगढ़ की सभी सदस्यों की मतदाता सूची सभी ग्रुपों को उपलब्ध कराई गई थी लेकिन गढ़वाल सभा के कार्यवाहक सचिव द्वारा 25-26 जुलाई को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई जिसमें शहरी क्षेत्र के अलावा डेराबस्सी, जुझारनगर, झामपुर, बड़माजरा, सिंहपुरा, खरड़, बहलोलपुर, टोगा, बलौंगी, मुबारकपुर आदि मोहाली के मतदाताओं को संविधान के अनुसार अमान्य बताया गया जबकि चुनाव पदाधिकारी द्वारा जारी मतदाता सूची में इन क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इस प्रकार तो संविधान के अनुसार बलटाना भी ग्रामीण क्षेत्र में है, तो इसे भी इस सूची से बाहर होना चाहिए था।
बीएस बिष्ट ने कहा कि अब जबकि गढ़ समाज के उपरोक्त क्षेत्रों के सदस्यों का सदस्यता शुल्क गढ़वाल सभा में जमा हो चुका है व चुनाव अधिकारियों द्वारा अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी गई है, तो गढ़वाल सभा के कार्यवाहक सचिव द्वारा 15 दिन बाद यह प्रेस विज्ञप्ति जारी करना बिलकुल अनुचित है, क्योंकि यह अधिकार क्षेत्र केवल चुनाव अधिकारी का है। बीएस बिष्ट ने कहा कि अब जबकि गढ़ समाज के उपरोक्त क्षेत्रों के सदस्यों का सदस्यता शुल्क गढ़वाल सभा में जमा हो चुका है व चुनाव अधिकारियों द्वारा अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी गई है, तो गढ़वाल सभा के कार्यवाहक सचिव द्वारा 15 दिन बाद यह प्रेस विज्ञप्ति जारी करना बिलकुल अनुचित है, क्योंकि यह अधिकार क्षेत्र केवल चुनाव अधिकारी का है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इससे यह प्रतीत होता है कि सत्ताधारी ग्रुप गढ़वाल सभा से हटना नहीं चाहते व पहले की तरह मनमानी रवैया को जारी रखना चाहते है तथा उनकी मंशा जानबूझ कर लड़ाई-झगडे को उकसावा देकर फिर से इस चुनाव को कोर्ट-कचहरी का मामला बनवाने की है। कुंदन लाल उनियाल ने चुनाव अधिकारियों से मांग की है कि उपरोक्त विषय में प्रेस विज्ञप्ति स्वयं जारी करें तथा गढ़ समाज के हित के लिए इस पूरे प्रकरण पर संज्ञान लें।
इस अवर पर ग्रुप के वरिष्ठ सदस्य गब्बर सिंह मेहर, पूर्व प्रधान गढ़वाल सभा, नयागांव, स्वरूप सिंह नेगी, पंडित लाखी राम, पंडित सुभाष शास्त्री, बलवीर बागड़ी, कमल सिंह पवार, धीरज राणा, गजेंद्र नेगी, पुष्कर खत्री, दर्शन भंडारी, रंजीत रावत, बलवंत नेगी, संजय उनियाल, जगदीश रतूड़ी, संजय ज़खमोला, भारत कार्की, महावीर बिष्ट, मानसिंह कंडारी एवं समस्त गढ़ समाज के प्रबुद्ध नागरिक गण उपस्थित थे।