रमेश गिल्होत्रा/चंडीगढ़
शहर के युवा चैतन्य झा ने राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज (RIMC), देहरादून में चयनित होकर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। जुलाई 2025 सत्र के लिए हुए देशव्यापी चयन में चैतन्य ने चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए यह गौरव हासिल किया है।
चैतन्य, प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं ओआरसी सैनिक अकादमी के संस्थापक श्री रंजीत रंजन झा निराला के पुत्र हैं। आरआईएमसी में प्रवेश पाना देश के सबसे कठिन शैक्षणिक और शारीरिक चयन प्रक्रियाओं में से एक माना जाता है। इसमें कक्षा 8वीं स्तर की लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और कठोर चिकित्सा परीक्षण के बाद ही विद्यार्थियों को प्रवेश मिलता है।
देहरादून की सुरम्य पहाड़ियों में 138 एकड़ क्षेत्र में फैले आरआईएमसी की स्थापना देश के भावी सैन्य नेतृत्व को तैयार करने के उद्देश्य से की गई थी। इस संस्थान से पास आउट होने वाले कई कैडेट बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और सशस्त्र बलों के विभिन्न अंगों में उच्च पदों पर पहुंचते हैं।
इस वर्ष कुल 24 विद्यार्थियों — 17 लड़के और 7 लड़कियाँ — का चयन हुआ, जिन्होंने 26 जुलाई को आरआईएमसी में औपचारिक रूप से प्रवेश लिया।
देहरादून की सुरम्य पहाड़ियों में 138 एकड़ क्षेत्र में फैले आरआईएमसी की स्थापना देश के भावी सैन्य नेतृत्व को तैयार करने के उद्देश्य से की गई थी। इस संस्थान से पास आउट होने वाले कई कैडेट बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और सशस्त्र बलों के विभिन्न अंगों में उच्च पदों पर पहुंचते हैं।
चैतन्य की सफलता उनके अनुशासन, मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है। साथ ही, यह उनके पिता की दूरदर्शिता और युवाओं को सैन्य सेवाओं के लिए प्रेरित करने की उनकी वर्षों की मेहनत का भी परिणाम है।