फेस2न्यूज /चण्डीगढ़
यूनिवर्सल मार्शल आर्ट्स, चण्डीगढ़ ने शोतोकान कराटे बेल्ट ग्रेडिंग टेस्ट पुरस्कार समारोह का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य शोतोकान कराटे की कला को आत्मरक्षा और व्यक्तित्व विकास के एक अनुशासन के रूप में बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इंटरनेशनल अकादमी ऑफ़ शोतोकान कराटे (आईएएसके) दिल्ली के चीफ़ इंस्ट्रक्टर रविंदर कुमार ने कहा कि कराटे और आत्मरक्षा प्रशिक्षण को बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जा सके। यूनिवर्सल मार्शल आर्ट्स के निदेशक एवं मुख्य कोच सतीश कुमार ने बताया कि संस्था का लक्ष्य पूरे भारत में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों तथा आम जनता के बीच शोतोकान कराटे का प्रशिक्षण फैलाना है, ताकि लोग आत्मरक्षा के महत्व को समझ सकें और सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ सकें।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं यूनिवर्सल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन (यूएचआरओ) के चेयरमैन अशोक बेक्टर ने कराटे और आत्मरक्षा प्रशिक्षण को विद्यार्थियों और समाज में बढ़ावा देने में पूरा सहयोग देंगे। इस बेल्ट ग्रेडिंग टेस्ट में विभिन्न शहरों से 200 छात्रों ने भाग लिया, जिनमें से 150 योग्य छात्रों को सफलतापूर्वक अगले स्तर पर पदोन्नत किया गया। सतीश कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे आत्मरक्षा और मार्शल आर्ट्स वेपन ट्रेनिंग में आगे आएं, क्योंकि नियमित अभ्यास आत्मविश्वास को बढ़ाता है, तनाव कम करता है और शरीर व मन को ऊर्जावान बनाता है।
इस अवसर पर जतिन कुमार (रॉकी) को बेस्ट फाइटर, राघव को फाइटर व वंश कुमार को स्टूडेंट ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया। सतीश कुमार ने बताया कि विशेष प्रशिक्षक सतपाल, परवीन कुमार और जतिन कुमार ने विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके मुताबिक यूनिवर्सल मार्शल आर्ट्स में प्रवेश 4 वर्ष की आयु से ही शुरू हो जाता है, जिससे छोटे बच्चे भी समय पर मार्शल आर्ट्स का लाभ उठा सकें।