फेस2न्यूज/चण्डीगढ़
श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20 में गोपाष्टमी मनाई गई। मठ मंदिर के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाने के लिए भक्तों में प्रातः काल से ही उत्साह उमंग और इंतजार बना हुआ था।
सर्वप्रथम गौ माता को अभिषेक करने के लिए स्नान करवाया गया व तिलक लगाने के बाद सुंदर आकर्षक शरीर पर पोशाक पहनाई गई और मुकुट भी पहनाया गया, तत्पश्चात गाय माता को हरी-हरी कोमल घास खिलाई गई, और फिर आरती उतारी गई। मठ के स्वामी बामन जी महाराज ने गोपाष्टमी पर्व के उपलक्ष पर भक्तों को संबोधित करते हुए बताया कि आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण जी ने गौ-चराना प्रारंभ किया था, और उन्होंने गौ-माता की रक्षा का बीड़ा उठाया था। इसलिए कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि गाय की सेवा करने से भगवान कृष्ण की भक्ति तो प्राप्त होती ही है, साथ में गौ माता की प्रतिदिन सेवा करने से उनको चारा देने से व चरणों को स्पर्श करने से घर में सुख-समृद्धि, सुख-शांति मिलती है व ऋण से छुटकारा मिलता है। गाय भगवान श्री कृष्ण की अति प्रिय मानी जाती है।गाय माता कभी भी किसी का कर्ज अपने पर नहीं रखती तथा तत्काल सेवा का फल दे देती है।