राज सदोष/आबू रोड /अबोहर
ब्रह्माकुमारीज़ के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में चल रहे वैश्विक शिखर सम्मेलन के तीसरे दिन =जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए संयुक्त प्रयास= विषय उप्र कुशीनगर के राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ में दिए जा रहे ज्ञान को अनुकरण करने की आवश्यकता है।
जब हम इस ज्ञान का अनुकरण करेंगे तो समाज आगे बढ़ेगा। जीवन तभी सफल होगा जब हम श्रद्धाभाव, समर्पण भाव से कार्य करेंगे। यहां 70 साल, 100 साल की माताएं- बहनें आज भी निस्वार्थ भाव से सेवा में लगी हैं।
पोद्दार ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन आनंद पोद्दार ने कहा कि हमारे पास प्रकृति ने सबकुछ दिया है फिर हम क्यों आयुर्वेद से एलोपैथी की ओर जा रहे हैं। जब हम ग्रीन बैग बना सकते हैं तो प्लास्टिक बैग क्यों यूज कर रहे हैं। इसमें हमें स्वयं को चेंज करने की जरूरत है।
गुजरात से आए जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार तुषार प्रभु ने कहा कि शांतिवन सिर्फ एक स्थान नहीं बल्कि ज्ञान का एक सागर है।
गुजरात से आए जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार तुषार प्रभु ने कहा कि शांतिवन सिर्फ एक स्थान नहीं बल्कि ज्ञान का एक सागर है। जहां से मैं हमेशा ज्ञान की कुछ बूंदें अपने साथ लेकर जाता हूं।
जहां से मैं हमेशा ज्ञान की कुछ बूंदें अपने साथ लेकर जाता हूं। जब तक हम अपने आप को नहीं बदलेंगे तब तक दुनिया में बदलाव नहीं ला सकते हैं। ब्रह्माकुमारीज़ से ज्ञान लेने के बाद मेरी सोच, नजरिया और कर्म सबमें आश्चर्यजनक बदलाव आया। अब सदा खुश रहता हूं।