चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एन.जी.ए.आई.) द्वारा आयोजित दो दिवसीय 11वीं राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप बुधवार को यहां तालकटोरा स्टेडियम में बड़े उत्साह और धूमधाम से शुरू हुई। इस चैंपियनशिप में 14 विभिन्न राज्यों के 900 से अधिक कुशल गतका खिलाड़ी (लड़के और लड़कियां) भाग ले रहे हैं जो विभिन्न आयु समूहों में स्थान और पदक जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस अद्भुत खेल मेले की मेजबानी गतका एसोसिएशन आफ़ दिल्ली द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डी.एस.जी.एम.सी.) के सहयोग से की जा रही है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि 'गतका सोटी' खेल एक गतिशील और प्रतिष्ठित खेल है जो निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों और संभवत: ओलंपिक खेलों में गतके को शामिल करने से इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ावा मिलेगा।
केंद्र सरकार और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन द्वारा गतका सोटी खेल को 36वें राष्ट्रीय खेलों में शामिल करने से गतका को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता मिल गई है। उन्होंने इस पारंपरिक खेल को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एन.जी.ए.आई.) को अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया।
इस मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डी.एस.जी.एम.सी.) के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने अपने संबोधन के दौरान गतके के बारे में अपने विचार साझा करते हुए खिलाड़ियों को गतके को न केवल एक मार्शल आर्ट के रूप में बल्कि एक सक्षम खेल और आत्मरक्षा के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया। काहलों ने राजधानी में इस प्राचीन सिख मार्शल आर्ट को बढ़ावा देने के लिए डी.एस.जी.एम.सी. की ओर से एन.जी.ए.आई. और गतका एसोसिएशन दिल्ली को निरंतर समर्थन देने का भी वादा किया।
इनके अलावा एन.जी.ए.आई. के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल और गतका एसोसिएशन ऑफ दिल्ली (जी.ए.डी.) के चेयरमैन सर्वजीत सिंह विरक कार्यकारी सदस्य डी.एस.जी.एम.सी. ने भी प्रेरक विचारों से श्रोताओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप न केवल देश की समृद्ध मार्शल आर्ट विरासत का प्रमाण है, बल्कि गतका के क्षेत्र में देश के युवाओं के समर्पण और प्रतिभा का भी प्रमाण है। इस तरह की राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करना एक खेल के रूप में गतके की अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त यात्रा का प्रतीक है जो गतके की वैश्विक खेल बनने की क्षमता को मजबूत करता है।