राज सदोष/ अबोहर
अबोहर के श्री राम शरणम् मंदिर में सामूहिक संगीतमय सुंदरकांड परायण यज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। श्री हनुमान चालीसा पाठ के उपरांत भगवान श्री राम जी का आह्वान किया गया। स्वामी जी महाराज द्वारा सरल भाषा में अनुवादित वाल्मीकि जी महाराज की संस्कृत भाषा में रचित रामायण के सुंदरकांड के दस सर्गों का सामूहिक पाठ किया गया।
मुख्य सेवक श्री मदनलाल भालोठिया ने क्रमानुसार विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने गुरु पूर्णिमा तथा स्वामी जी महाराज के शताब्दी वर्ष की सभी को शुभकामनाएं अर्पित कीं। उन्होंने 'ओ बाबा मस्ताना, हम को दर्श दिखाना' भजन गाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। यज्ञ के समापन पर लंगर भंडारा लगाया गया। आश्रम को आकर्षक रंगोली व पुष्प सज्जा से सुंदर स्वरूप प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि जन-जन व घर-घर में राम नाम की पवित्र ज्योति प्रज्वलित करने हेतु तथा शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अबोहर शहर के कोने-कोने में सामूहिक पाठ अमृतवाणी सत्संग व भजन संध्या कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यह सिलसिला सारा वर्ष जारी रहेगा।
श्री भालोठिया ने बताया कि सामूहिक पाठ, अमृतवाणी सत्संग व भजन संध्या कार्यक्रम श्रद्धालुओं व कार्यकर्ताओं का अपने गुरुजनों से तथा इष्ट देव से विशेष स्नेह आनंदित कर रहा है।