चण्डीगढ़ : श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20 में पांच दिवसीय भगवान श्री राधा-माधव जी का झूलन यात्रा महोत्सव बहुत हर्षोल्लास, विधि-विधान और शंखध्वनि के साथ प्रारंभ हुआ। यह झूलन यात्रा महोत्सव 9 अगस्त तक निरंतर चलेगा।
मठ के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि झूलन यात्रा के उपलक्ष पर भक्तों में सुबह से ही उत्साह भरा हुआ था व वे भगवान के झूले को सजाने में लगे हुए थे। शाम होते ही ठीक 6 बजे शंख की ध्वनि और हरी नाम संकीर्तन के मध्य भगवान श्री राधा-माधव जी को सुसज्जित नई पोशाक एवं आकर्षक आभूषणों के साथ कृत्रिम बनाई गई यमुना के तट पर सावन की रिमझिम वर्षा के बीच में हरे भरे वृंदावन के वन में झूले पर विराजमान किया गया।
सर्वप्रथम चैतन्य गौडिया मठ के स्वामी बामन जी महाराज जी ने राधा माधव जी को झूला झुलाया। उसके बाद ब्रह्मचारी एवं साधारण जन कतार में खड़े होकर बारी-बारी से राधा माधव जी को देर रात्रि तक झूला झुलाते रहे। भक्तों को संबोधित करते हुए श्री वामन जी महाराज जी ने बताया कि भगवान श्री राधा माधव जी को झूला झूलाने से भगवान श्री कृष्ण जी की भक्ति प्राप्त होती है एवं घर में सुख शांति एवं समृद्धि आती है।
भक्तों ने नृत्य संकीर्तन बहुत ही उत्साह के साथ किया। कार्यक्रम के पश्चात भगवान को अर्पित स्वादिष्ट प्रसादम वितरित किया गया।