दीपक सिंह /चंडीगढ़
सिद्धपीठ सालासर बालाजी मंदिर का 271वां स्थापना दिवस मनाया गया। स्थापना के शुभ दिवस पर चंडीगढ़ से समाजसेवी श्री करण वासुदेव राजस्थान श्री सालासर धाम पहुंचे। वहां पहुंचकर सबसे पहले उन्होंने माथा टेका और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया।
सालासर धाम के पुजारी रोहित जी ने करण वासुदेव को सरोपा पहनाकर सम्मानित किया। पुजारी ने बताया की लगभग 275 साल पहले , संवत 1811 (सन 1754) की श्रावण शुक्ल नवमी को, नागौर जिले के आसोटा गाँव में भगवान बालाजी की मूर्ति प्रकट हुई थी। तभी से इस दिन को विशेष रूप से मनाया जाता है।
श्री सालासर धाम के प्रधान राकेश जगोता जी ने बताया कि संवत 1811 सावन शुक्ला नवमी को संत शिरोमणि मोहनदास महाराज ने मंदिर की स्थापना की थी। तब से स्थापना दिवस पर होने वाले समारोह में मंदिर मे श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। सालासर धाम के महासचिव नीरज चौधरी ने बताया कि स्थापना दिवस पर बालाजी महाराज का चोला बदला गया है और साथ मंदिर के गर्भ गृह मे स्थित अन्य भगवान की पोशाक भी बदली गई।
करण वासुदेव ने कहा कि भक्तगण दूर-दूर से सालासर बालाजी मंदिर में आकर इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनते है और उनके सभी बिगड़े काम बनते है।